EK PRET LEKHAK KI ATMKATHA

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325.00

Author : Yogesh Mittal
Pages : 268
Year : 2022
Binding : Paperback
ISBN : 978-93-91411-01-5
Language : Hindi

Availability: 4 in stock SKU: NJ-137

Description

प्रेत-लेखन…! • ये क्या है ? कैसा नाम रखा है किताब का ? • आपके मन में कुछ इस तरह के प्रश्न जरूर उठ रहे होंगे। ● अगर आप हिन्दी पल्प फिक्शन पढ़ने के शौक़ीन रहें हैं या अभी पढ़ते हैं। तो आप अँग्रेजी के Ghost Writing (प्रेत-लेखन) शब्द से अपरिचित नहीं होंगे। मगर ऐसे कौन लोग थे जो लेखक तो थे मगर उनके नामों से एक बड़ा पाठक वर्ग नितांत अपरिचित था । योगेश मित्तल वे सब… • अच्छा लिखते थे, मगर गुमनाम थे ! • खूब बिकते थे, मगर रॉयल्टी नहीं मिलती थी। • प्रकाशक जानते थे, मगर उनके नाम से नहीं छापते थे । • प्रकाशकों से मधुर घर जैसे संबंध थे, मगर असल में व्यावसायिक संबंध ही होते थे । • कर्नल रंजीत, मेजर बलवंत, राजवंश, रजत रघुवंशी, केशव पंडित, मनोज, डार्लिंग, रीमा भारती, टाइगर आदि अनेक ट्रेड नामों के पीछे कौन से लेखक थे। • यहाँ तक कि ओम प्रकाश शर्मा, वेद प्रकाश काम्बोज, वेद प्रकाश शर्मा जैसे दिग्गज और नामी लेखकों के नकली उपन्यासों का लेखन भी यही प्रेत-लेखक किया करते थे, प्रकाशकों की डिमांड पर । हिन्दी पल्प फ़िक्शन के प्रेत-लेखन का नंगा सच एक पुस्तक के रूप में पहली बार पेश किया जा रहा है – नीलम जासूस कार्यालय द्वारा !

Additional information

Weight 0.3 kg
Dimensions 20.5 × 12 × 1.3 cm